“मूँ अंगूरा की वेलड़ी हूँ, थाँ डाल्याँ हो, ज्यो मारा में बणी रेवे हे अन मूँ वाँमें वाँ हेला फळ देवे हे। काँके माराऊँ न्यारा वेन थाँ कई भी ने कर सको हो।
मूँ वाँका में अन थाँ मारा में वेवो, जणीऊँ वीं पुरी तरियाऊँ आपाँ में एक वे जावे। अन दनियाँ जाणे के, थाँ मने खन्दायो हे, अन जस्यान थाँ माराऊँ परेम किदो वस्यानीस वाँकाऊँ भी परेम करो हो।
मारा हण्डाळ्याँ यहूदी अन्द्रनीकुस अन युनिया ने जीं मारी हाते जेल में हा वाँने मारो नमस्कार। वीं खन्दाया तका चेला मेंऊँ जीं नामी हे अन ज्यो माराऊँ पेल्याँईं मसी में आग्या हा।
पण अबे आपाँने नेमाऊँ छुटकारो मलग्यो हे। काँके जणा नेमा को आपणाँ पे हक हो, वींका वाते आपाँ मरग्या हा। ताँके पुराणा लिक्या तका नेमाऊँ ने, पण आत्मा की नुवी रितऊँ परमेसर की सेवा करा।
अन परमेसर का आड़ीऊँ थाँ ईसू मसी में हो, मसी ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ आपणाँ वाते ग्यान ठेरियो अन वींका वजेऊँ आपाँ परमेसर का हामे सई अन पुवितर मनक बण्या अन आपाँने छुटकारो मल्यो।
काँके जद्याँ मूँ बाळक हो तो मूँ बाळक का जस्यान बोलतो हो, अन बाळक के जस्यान मारो मन हो, अन बाळक के जस्यान हमज ही। पण जद्याँ में मोटो वेग्यो तो में बाळक के जस्यान की बाताँ छोड़ दिदी।
मूँ मसी में एक मनक ने जाणूँ हूँ, मूँ ने जाणूँ पण परमेसरइस जाणे हे। वींने चवदा वर पेल्याँ देह हमेतइस कन देह का बना हरग की तीजी ऊसी जगाँ में उठा लिदो ग्यो हो।
अबे आगेऊँ आपाँ कणी भी मनक को ईं दनियाँ की रीत जस्यान न्याव ने कराँ। जद्याँ एक टेम आपाँ मसी को भी दनियाँ की रीत के जस्यानीस न्याव किदो हो, पण अबे कई भी वे आपाँ वींने अस्यान ने देकाँ।
ईं वाते माँको हमच्यार ओ हे के, परमेसर लोगाँ का पाप ने अनदेका करन मसी की वजेऊँ खुद में मलारिया हे अन वोईस पाछो परमेसरऊँ मनकाँ को मेल-मिलाप करबा को हमच्यार माँने हूँप्यो हे।