विस्वास करबा को अरत हे के, जणा चिजाँ की आपाँ आस लगा राकी हे, वीं आपाँने मलगी हे ईंको भरोसो कराँ हा। अन जीं चिजाँ ने आपाँ देक ने सका, पण आपाँने वाँको मलबा को पूरो भरोसो हे।
ईं हाराई मनक विस्वास करता कतराई मरग्या अन ज्यो चीज वाँने देबा को वादो किदो ग्यो हो, वाँ वाँने कोनी मली। पण वीं वाँने छेटीऊँ देकी अन वाँकी आवभगत किदी अन वीं ओ भी मानता हा के, वीं ईं धरती में बारवासी अन अणजाण हे।
पण मसी अणा हव हव चिजाँ को मायाजक बणन आयो हे। तो वीं हात का बणाया तका तम्बू में ने, पण अणीऊँ भी मोटा अन सिद तम्बू में सेवा करे हे। मतलब वो तम्बू अणी दनियाँ को भाग ने हे।