अन यद्याँ थाँ भी थाँकी परातना में माँने आद करन मदत किदी तो जीं मनक माकाँ वाते अरज करे हे के, माकाँ पे परबू की दया वे, अन परमेसर ज्यो माकाँ वाते किदो हे वींका वाते वणा मनकाँ ने भी धन्नेवाद देबा को मोको मल जाई।
अन अतरोइस ने पण वो मण्डली का मनकाँ का क्या के, जस्यान मारा हाते जाबा का वाते वींने चुण्यो भी हे। ईं दान का काम वाते वो मारा हाते जावे अन माँ ओ सेवा को काम ईं वाते करिया हाँ जणीऊँ परबू की मेमा अन माँकी हरदा की मरजी हामे आवे।
पण थाँ तो अस्या मनक कोयने हो, थाँ तो परमेसर का थरप्या तका मनक हो, थाँ रजवाड़ी याजकाँ की टोळी अन पुवितर परवार का हो, परमेसर थाँने अंदारा का राज मेंऊँ अचम्बावाळा उजिता में लाया हे, जणीऊँ थाँ परबू का अचम्बावाळा काम का बारा में बता सको।
जद्याँ कुई उपदेस हुणावे तो वींने अस्यान हूणाणो छावे जस्यान के, वो परमेसरऊँ मल्या तका बचन ने हुणारियो वेवे। यद्याँ कुई सेवा करे, तो वो वीं तागतऊँ ज्या परमेसर वींने दिदी हे वींके जस्यान सेवा करे, जणीऊँ हारी बाताँ में ईसू मसी की वजेऊँ परमेसर की मेमा वेवे। मेमा अन तागत हमेस्या वींकीइस हे। आमीन।