10 अणी नुवी सेवा की चमक अतरी हे के, वींका हामे मूसा का नेम की सेवा की चमक कई भी ने हे।
तद्याँ वणीस दाण दपराँ की टेम में जद्याँ माँ गेला में हाँ, तो हे राजा, हरगऊँ एक अस्यो उजितो उरतियो जिंको उजितो हूँरजऊँ भी हेलो हो, वो मारा अन मारा हण्डाळ्याँ के च्यारूँमेर वेग्यो।
काँके वणी सेवा की चमक ज्याँ जाबावाळी हे, पण वाँ चमकिली हे तो आ चमक ज्यो जाबावाळी ने हे वाँ कतरी चमकिली वेई?
जद्याँ दोसी ठेरबावाळी सेवा चमकिली हे, तो पछे परमेसर का हामे सई ठेरबावाळी सेवा वणीऊँ भी हेली चमकिली काँ ने वेई?
काँके जद्याँ वींने परम बापू परमेसर का आड़ीऊँ आसीस अन मेमा मली ही, वीं टेम में परमेसर का आड़ीऊँ ओ हमच्यार आयो के, “ओ मारो लाड़लो पूत हे, मूँ अणीऊँ घणो राजी हूँ।”
वटे कदी रात ने वेई अन नेई वाँने सुरज अन दिवा का उजिता की जरुरत वेई। काँके वाँका पे परबू परमेसर आपणो उजितो नाकी अन वीं मनक हमेस्यान हमेस्यान राज करी।