7 अन माँ परमेसरऊँ परातना करा हा के, थाँ बुरई ने करो। ओ ईं वाते ने हे के, माँ खरा दिकई दा। पण ईं वाते के, थाँ ज्यो कई हव हे वो करो, पलई माँ नाकामइस काँ दिकई ने दा।
वणा मनकाँ परमेसर का ग्यान ने ओळकणो किमती ने हमज्या, ईं वाते परमेसर भी वाँने वाँकी फालतू मरजी का जस्यान छोड़ दिदा। अन वीं हूँगला काम करबा लागग्या, ज्याँने करणा सई ने हे।
तो काँ ने आपाँ भी वणी तरियाऊँ रेवा, जस्यान मनक दन का उजिता में रेवे हे। ने तो खा-पीन धुत रेबावाळा का जस्यान, ने कुकरम, लुचापणा करबावाळा की तरियाँ अन ने लड़बावाळा का जस्यान अन ने रिस्याँ बळबावाळा का जस्यान।
ज्यो मनक मारो विरोद करे हे वीं केवे हे के, “वींका कागद तो जोरदार अन नरोगा रूपऊँ लिक्या तका वेवे हे पण जद्याँ वो हामे आवे हे तो वो देह में कमजोर अन बोलबा में भी अतरो खास ने दिके हे।”
आकरी में हो भायाँ, ज्यो ज्यो बाताँ हाँची हे अन ज्यो ज्यो बाताँ आदर करबा जस्यी हे अन ज्यो ज्यो बाताँ सई हे अन ज्यो ज्यो बाताँ ऊजळी हे अन ज्यो ज्यो बाताँ हुवावणी हे अन ज्यो ज्यो बाताँ हव गुण, बड़ई अन बड़िया हे वाँपे ध्यान लगाया करो।