5 पण मूँ खुद ने वाँ लोगाऊँ फोरा ने हमजूँ हूँ, ज्याँने थाँ खन्दाया तका मोटा चेला केवो हो।
अन आज मूँ ज्यो कई भी हूँ परमेसर की दयाऊँ हूँ अन वींकी दया मारा वाते बेकार ने गी। काँके में दूजाऊँ हेली मेनत किदी हे, पण परमेसर की दया मारा पे हे जणीऊँ मूँ अस्यान कर सक्यो हूँ।