जद्याँ दूजाँ को थाँका पे ओ अदिकार हे, तो कई माँको अणीऊँ हेलो कोयने? पण माँ ओ अदिकार काम में ने लिदो, पण हारोई सेण करता रिया के, माँकाऊँ मसी का हव हमच्यार में कई रोक-टोक ने वेवे।
ईं वाते जद्याँ मूँ ईं बाताँ की मरजी किदी ही वाँ यूँई तो ने किदी अन में ज्यो मरजी किदी हे वाँ ईं दनियाँ का मनकाँ का जस्यान थोड़ी किदी हे। यद्याँ अस्यान करतो तो मूँ हाँ हाँ अन ने ने केतो।
जद्याँ मूँ थाँका नके हो तो मने कमी वीं हे तद्याँ भी में थाँका पे कई बोज ने नाक्यो, काँके मारा भायाँ मकिदुनियाऊँ आन मारी वणी कमी ने पुरी किदी हे। में हरेक दाण खुद ने थाँका पे बोज बणाबाऊँ रोक्यो, अन आगे भी रोक्यो रेऊँ।
माँ थाँका हामे पाच्छी खुद की बड़ई ने कररियाँ, पण थाँने एक मोको देरिया हाँ के, थाँ माकाँ पे मेपणो कर सको। ज्यो मनक आपणाँ हरदा की बाताँ ने छोड़न दिकावाँ की बाताँ पे मेपणो करे हे वाँने थाँ जवाब दे सको।