ईं वाते जद्याँ तईं परबू ने आवे वणीऊँ पेल्याँ किंको भी न्याव मती करो। वीं तो अदंकार में हपी तकी बाताँ ने भी उजिता में दिकाई अन मना की बाताँ भी हामे लाई अन वणी दाण परमेसर का आड़ीऊँ हरेक की बड़ई वेई।
ज्यो मनक मारो विरोद करे हे वीं केवे हे के, “वींका कागद तो जोरदार अन नरोगा रूपऊँ लिक्या तका वेवे हे पण जद्याँ वो हामे आवे हे तो वो देह में कमजोर अन बोलबा में भी अतरो खास ने दिके हे।”
मूँ मारा वीं हक की वजेऊँ ज्यो परबू मने दिदो हे वींपेईस मेपणो करूँ अन ओ हक परबू माँने थाँने बगाड़वा का वाते ने दिदो हे पण थाँने बणाबा का वाते दिदो हे। ईं वाते मूँ हरमा ने मरूँ।