ईसू नासरी का बारा में थाँ तो जाणो हो, परमेसर पुवितर आत्मा अन सगतिऊँ वींको तलक कस्यान किदो हो। वणी हव काम किदा अन सेतानऊँ दकी हारई जणा ने हव करतो तको च्यारूँमेर कस्यान गुमतो हो, काँके परमेसर वाँकी लारे हो।
पण यद्याँ हाँची में थाँकामें परमेसर की आत्मा वास करे हे तो थाँ देह की मरजी का जस्यान ने जीवो, पण आत्मा का जस्यान जीवो। यद्याँ किंमें ईसू मसी की आत्मा ने हे तो वो मसी को ने हे।
अलग अलग तरियाँ का अणजाणी हिकऊँ भटको मती, काँके थाँका मन का वाते यो हव के, वो खाबा-पिबा की नेमा का बजाए दयाऊँ मजबूत बणे। अन जणा खाबा-पिबा का नेमाने मान्याँ वणाऊँ वाँको कदी भलो कोनी व्यो।
जद्याँ तईं थाँकी बात हे, थाँको अभिसेक वणीऊँ हे ज्या पुवितर आत्मा थाँकामें वास करे हे, ईं वाते थाँने तो ओ जरूत कोयने के, कुई उपदेस देवे, पण थाँने तो ज्यो आत्मा दिदी गी हे, वाँ यो हारोई हिकावे हे। आद राको आत्मा जो हिकावे हे, वो हाँच हे जूट कोयने हे। आत्मा की हिकावण ने मानो अन मसी में बण्या तका रेवो।