19 काँके थाँका बचमें में अन सिलवानुस, तिमुतियुस परमेसर का बेटा ईसू मसी को ज्यो परच्यार किदो हो, वो हाँ अन ने में कोयने किदो हो पण वो ईसू मसी में हाँ मेंईस हो।
तद्याँ रोमी सेनापती अन ज्यो वींका हाते ईसू के पेरो देरियो हाँ, भूकम अन ज्यो कई व्यो हो, वींने देकन घणा दरपग्या अन क्यो, “हाँचई में ओ परमेसर को पूत हो।”
तद्याँ थरप्या तका, बुड़ा-ठाड़ा, हंगळी विस्वास्याँ की मण्डळ्याँ के हण्डे आपणाँ मूँ थोड़ाक मनकाँ ने चुणन पोलुस अन बरनबास के हाते अन्ताक्या खन्दाबा का वाते फेसलो किदो। अन वणा भायाँ मूँ जाणिता मनक, यहूदो जो बरसबा केवावे, सिलास ने चुणन वाँका हण्डे खन्दाया।
यो कागद मूँ पोलुस ज्यो परबू ईसू मसी की मरजीऊँ खन्दायो तको चेलो हूँ अन भई तिमुतियुस कुरिन्तुस नगर की मण्डली ने अन अखाया का हाराई परमेसर का मनकाँ ने लिकरिया हाँ।
मूँ पोलुस, सिलवानुस अन तिमुतियुस का हाते ओ कागद थिस्सुलुनिक्यों नगर की मण्डळ्या ने लिकरियो हूँ, जीं बापू परमेसर अन परबू ईसू मसी में हे, थाँका पे दया अन सान्ती बणी तकी रेवे।
कुई ने नट सके के, आपणाँ धरम को भेद कस्यो मोटा हे, वो ज्यो मनक का रूप में परगट व्यो, पुवितर आत्मा जिंने धरमी बतायो, अन हरग-दुत जिंने देक्यो, देसा देसा में वींको परच्यार करियो ग्यो, दनियाँ में वींपे विस्वास करियो ग्यो, अन मेमावान हरग में उठा लिदो ग्यो।
मूँ सिलवानुस ने विस्वास जोगो भई जाणूँ हूँ अन वींकी मदतऊँ यो कागद लिकन थाँकी हिम्मत बड़ाणी छारियो हूँ अन आ गवई देरियो हूँ के, परमेसर की हाँची दया याईस हे। थाँ ईंमें पाका बण्या तका रेज्यो।
माँ वींने देक्यो अन हुण्यो हे। अन अबे थाँकामें भी वींके बारा में परच्यार करा हाँ, जणीऊँ थाँ भी मारा हाते भेळा वे जावो। काँके आपाँ परम बापू अन वींकी बेटा ईसू मसी का हाते भेळा हा।
अणी बात ने भी आपाँ जाणा हाँ के, परमेसर का बेटा ईसू मसी आया अन आपाँने हमज दिदी, जणीऊँ हाँचा परमेसर ने जाण सका अन आपाँ वींके हाते रेवा ज्यो हाँचो हे मतलब वींका बेटा ईसू मसी का हाते। योईस हाँचो परमेसर अन अनंत जीवन देबावाळो हे।
ज्यो मनक परबू की हिकऊँ न्यारो वे जावे हे, वो परमेसर का नके ने जा सके, पण ज्यो भी मनक मसी की हिक ने माने हे, वींके नके बापू परमेसर अन वींको बेटा दुई रेवे हे।
अवाज में अस्यान हमच्यार आरियो हो के, “जो कई भी थूँ देकरियो हे, वींने एक किताब का मयने लिकतो जा अन वींके केड़े वींने इपिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलोदेलफीया अन लिदिकिया की हातई मण्डळ्याँ ने खन्दा दिज्ये।”