अन माँ माकाँ हरदा में आ बात होचबा लागा के, माँने तो मोत को दण्ड मलग्यो हे, जणीऊँ माँ खुद पे हेलो भरोसो ने करन परमेसर पे भरोसो राका हा, ज्यो मरिया तका ने भी पाच्छा जीवता कर देवे हे।
माँने फोगट्या हमजे हे जद्याँ के माँ तो मान्याँ तका हाँ अन माँने मरिया तका जाणे हे, जद्याँ के माँ तो जीवता हाँ। माँने दण्ड पाबावाळा का जस्यान जाणे हे, तद्याँ भी माँ मोत ने ने हुप्याँ जावाँ हाँ