15 वींने परमेसर सई टेम पे परगट करी, वो धन्न हे, अन एकीस राज करबावाळा, राजा को राजा अन परबुवाँ को परबू हे।
माँने अस्यी तागत देज्यो ताँके, माँ हारी तरिया की परक को सामनो कर सका, अन माने बुरईऊँ बचावो। काँके राज अन तागत अन मेमा हमेस्यान थाँकीस हे।’” आमीन।
आ खरी हिक परम परदान परमेसर की मेमा का हव हमच्यार का जस्यान हे, ज्यो मने दिदो ग्यो हे।
अन अबे हमेस्यान राज करबावाळो राजा, अनदेक्यो, बेस एकीस परमेसर को मान अन मेमा जुग-जुग वेती रेवे। आमीन।
जणा आपणाँ खुदाखुद ने हाराई मनकाँ ने बंचाबा का वाते गारन्टी का रूप में दे दिदो, ताँके सई टेम पे ईं बात की गवई वे के, परमेसर हाराई ने बंचाणा छारिया हे।
वीं उन्याँऊँ लड़ी, पण वो उन्यो आपणाँ बलाया तका, चुण्या तका अन आपणाँ गेले चालबावाळा मनकाँ ने हाते लेन वींने हरा देई, काँके वो उन्यो राजावो को भी राजा अन परबू को भी परबू हे।”
वींकी जाँग अन वींका गाबा पे अस्यान लिक्यो तको हो, ओ राजावो को राजा अन परबू को परबू।