12 थूँ विस्वास की दोड़ में पूरो मन लगान दोड़, अन खुद का वाते जुग-जुग को जीवन जीत, जिंका वाते थने परमेसर बलायो हो, जिंने थें मेपणा का हाते थाँरा विस्वास ने नरई गवा का हामे दिकायो हो।
काँके थाँकी ईं सेवाऊँ वीं परमेसर ने मेमा देई, अन अणीऊँ ओ दिके हे के, थाँ मसी का हव हमच्यार ने मानन वींके गलेइस चालो हो अन वाँकी अन हाराई ने मदत करबा का वाते खुला मनऊँ दान देवो हो।
अन मसीऊँ मली तकी सान्ती ने थाँका हरदा में राज करबा दो। परमेसर थाँने एक हाते एकीस देह में अणीस सान्ती में रेवा का वाते बलाया हे। अन हरदाण परमेसर को धन्नेवाद करता रेवो।
अन ईं बंचबा का वाते जणी हव हमच्यार की, में थाँने हिक दिदी ही, वणी का आड़ीऊँ परमेसर थाँने बलाया हे, ताँके थाँ भी आपणाँ परबू ईसू मसी की मेमा में भेळा वेवो।
थाँरा मयने ज्यो आत्मिक वरदान हे ज्यो थने वीं टेम मल्यो हो, जद्याँ परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा थाँरा माता पे आसिरवाद देबा का वाते हात मेल्यो हो, वीं वरदान का वाते बेपरवा मती वेज्ये।
वणा आपाँने परमेसर का मनक वेबा वाते बंचाया अन बलाया हे, ओ सोभाग्य आपणाँ पे आपणाँ कामाँ का जस्यान ने मल्यो हे, पण ओ तो वाँकी दया अन वाँका मकसद वाते आपाँ पे ने मल्यो हे, ज्यो ईसू मसी में सरुवातऊँ आपणाँ वाते हो।
परमेसर को परच्यार करती दाण नरई गवा की मोजुदगी में, जीं बाताँ थें माराऊँ हिकी हे, वाँने विस्वास जोगा मनकाँ ने हूँप दे, जीं दूजाँ ने हिकाबा को मन राकता वेवे।
वाँको वादो अन होगन जीं कदी भी बदल ने सके हे अन ज्याँका बारा में परमेसर कदी जूट ने के सके हे। ईं वाते आपाँ ज्यो परमेसर का नके रकवाळी पाबा का वाते आया हे अन आपीं घणी हिम्मत राकन ज्यो आस आपणाँ हामें हे, वींने ठामी राका हाँ।
हो लाड़ला भायाँ, मूँ तो घणो छावतो हो के, थाँने वीं छूटकारा का बारा में लिकूँ, जिंका आपाँ पांतीदार हा। मने अस्यान भी लागे हे के, मूँ थाँने ईं बाताँ लिकन हिम्मत देऊँ जणीऊँ थाँ विस्वास में बड़ता रेवो, ज्यो विस्वास परमेसर का पुवितर मनकाँ ने दिदो ग्यो हो।
ईं वाते जणी हिक ने थाँ हूणी ही, वींने आद करो अन आपणो मन बदलो अन वीं हिक का जस्यान चाल चालो। जद्याँ थूँ अस्यान ने करी, तो मूँ चोर का जस्यान अणाचेत को थाँरा नके अई जाऊँ अन थने पतो भी ने पड़बा देऊँ।