यो वोईस हे, जिंने आपणी बाराई गोताँ रात-दन पूरा भगती-भावऊँ परमेसर की सेवा-चाकरी करता तका पाणो छाता हा। हे राजा, अणीस भरोसा के वाते यहूदी मारा पे दोस लगारिया हे।
तो पतरस वाँकी लारे परोग्यो। जद्याँ पतरस वटे पूगो, तो वे वींने ऊपरे वीं ओवरा में लेग्या जटे हारी राडी-बायाँ रोती-धोती तकी वे गाबा-छींतरा बताती तकी च्यारूँमेर भेळी वेगी, जो गाबा वे तबीता नाम की चेली बणाया हा, जद वाँ वाँके हाते ही।
अन ईं तरियाँ वाँका बच्यार बट जावे हे। पनी तकी अन कूँवारी में भी फरक हे, कूँवारी तो परबू की चन्ता करे हे के, वाँ देह अन आत्मा दुयाँ में पुवितर वे, पण पनी तकी दनियाँ की चन्ता करती रेवे हे के, आपणाँ धणी ने राजी राके।
यद्याँ कणी विस्वासी लुगई का परवार में विदवा लुगई वे, तो वीं वींकी देक-रेक करे, ताँके मण्डली पे वींको बोज ने पड़े, जणीऊँ मण्डली वणा विदवा लुगायाँ की देक-रेक कर सके, ज्याको कुई ने हे।
काँके पेला का जुग में जो पुवितर लुगायाँ ही, वीं परमेसर में आस राकबावाळी ही, वीं खुद भी परमेसर की मरजी का जस्यान सजती-धजती ही। अन आपणाँ-आपणाँ धणी का क्या में रिया करती हे।