23 पाणीइस मती पिया कर, पण पेट अन आकोदाण वेबावाळी मांदकी की वजेऊँ थोड़ो दारू भी पिया कर।
जद्याँ सिलास अन तिमुतियुस मकिदुनियाऊँ आया, तो पोलुस आको दन बचन हुणाबा की धुन में हो अन यहूदियाँ ने गवई देतो हो के “ईसू ही मसी हे।”
दारुँड़ीया मती बणो, काँके ईंऊँ नागाईपणो वेवे हे, पण आत्माऊँ भर जावो।
वो दारू पियावाळो ने वेवे, लड़ई-जगड़ो करबावाळो ने वेवे, पण दयाऊँ भरियो तको अन सान्तीऊँ रेबावाळो वेणो छावे, वींको मन रिप्या-कोड़ी में ने वेवे।
अणीस तरियाँ मण्डली का दास भी हाँचा अन हव वेवार का वेवे, वीं रिप्या-कोड़ी का भूका अन दारू पियावाळा ने वेवे।
काँके परमेसर की रची तकी हारी चिजाँ हव हे, कई भी छोड़बा जोगी ने हे, पण परातना अन धन्नेवाद करन हारोई खायो जा सके हे,
परमेसर का काम ने आपणाँ हाताँ में लेबा का वाते एक मण्डली का परदानाँ में ओ जरूरी हे के, वींमें एक भी खोट ने वेणी छावे। वीं ने तो घमण्डी वेवे, ने फटाकऊँ गुस्सो करबावाळा वेवे, नेईं पियावाळा, ने लड़ायाँ करबावाळा अन नेई रिप्या-कोड़ी का लालची वेवे।
अस्यानीस भूड़ी लुगायाँ ने भी खरो जीवन जीवावाळी लुगायाँ की जस्यान जीवन जीणो छावे। वीं आमी-हामी करबावाळी अन पीयावाळी ने वेवे, पण हव हिक देबावाळी वेवे,