जणा दास का मालिक विस्वासी हे, वीं ईं वजेऊँ के, वाँका मालिक विस्वासी हे, वाँको मान-समान करणो कम मती करज्यो, पण वाँने तो वाँके मालिक की हेली सेवा करे, काँके वाँका काम को नफो ज्याँने मलरियो हे वीं विस्वासी हे, ज्याँने वीं परेम करे हे। ईं बाताँ थूँ लोगाँ ने करबा का वाते के अन हिका।