पण यद्याँ मारा आबा में टेम लागी तो, ईं कागदऊँ जाण जाज्यो के, आपणाँ परमेसर को घराणो, जीं जीवता परमेसर की मण्डली हे या हाँच की नीम अन थम्बो हे, वींके हाते आपाँने कस्यान को वेवार करणो छावे।
मारा नके लिकबा का वाते तो घणी बाताँ हे, पण मूँ तो ओ छावूँ के, थाँने ईं बाताँ सई अन कलमऊँ ने लिकूँ, पण मने आस हे के, थाँका हामे बेटन थाँकाऊँ बाताँ करूँ, जणीऊँ आपणो आणन्द पूरो वे सके हे।