थूँ विस्वास की दोड़ में पूरो मन लगान दोड़, अन खुद का वाते जुग-जुग को जीवन जीत, जिंका वाते थने परमेसर बलायो हो, जिंने थें मेपणा का हाते थाँरा विस्वास ने नरई गवा का हामे दिकायो हो।
वीं भी हाँचा बचना पे टक्या तका रेवे, जीं धरम-उपदेस का जस्यान सई हे। जणीऊँ वाँने खरी हिक का उपदेस देबा में अन विरोद करबावाळा को मुण्डो बन्द करबा में मदत मले।
ईं वाते जणी हिक ने थाँ हूणी ही, वींने आद करो अन आपणो मन बदलो अन वीं हिक का जस्यान चाल चालो। जद्याँ थूँ अस्यान ने करी, तो मूँ चोर का जस्यान अणाचेत को थाँरा नके अई जाऊँ अन थने पतो भी ने पड़बा देऊँ।
मूँ थाँका काम ने जाणूँ हूँ। देको, में थाँका हामे एक बारणो खोल्यो हे, जिंने कुई भी जड़ ने सके। मूँ जाणूँ हूँ के, थाँरा नके थोड़ीक तागत हे, तो भी थें मारी आग्या मानी हे, अन मारो नाम लेणो भी ने छोड़्यो।