पण मूँ थाँकाऊँ यो केवूँ हूँ के, ज्यो कुई आपणी लुगई ने कुकरम के अलावा कणी ओरी बातऊँ तलाक देवे हे अन वा लुगई कणी दूजाँ का हाते रेवे तो वींके कुकरमी वेबा को जिमेदार वींको पेलो धणी हे। ज्यो कुई वीं तलाक दिदी तकीऊँ ब्याव करे, तो वो भी कुकरम करे हे।
अबे मूँ थाँने परमेसर अन वींकी करपा का संदेसा में थाँने हूँप दूँ हूँ। वोईस थाँने बणाई अन वींका मनकाँ ज्याँने पुवितर किदा हे वाँका हण्डे थाँने भी बापोती देई।
थूँ वाँकी आक्याँ ने खोले अन वीं अंदाराऊँ उजिता का आड़ी, अन सेतान की सगतिऊँ परमेसर का आड़ी फरे ताँके वाँने पापाऊँ मापी मले अन परमेसर का चुण्या तका लोगाँ के हाते वीं भी बापोती में भेळा वेवे।’
अबे ओर ईं दनियाँ का गेला पे मती चालो, पण थाँका मना ने नवा करन खुद ने बदल लेवो, जणीऊँ थाँ परमेसर की मरजी ने परको अणजाण सको हे, मतलब ज्यो हव अन ज्यो वींने भावे हे अन ज्यो सिद हे।
पण अबे थाँने पापऊँ छुटकारो मलग्यो ग्यो हे अन परमेसर का दास बणा दिदा ग्या हो, तो ज्या खेती थाँ करिया हो, वाँ थाँने परमेसर का आड़ी खरईपणा में लेजाई। जिंको आकरी फळ अनंत जीवन हे।
अन परमेसर का आड़ीऊँ थाँ ईसू मसी में हो, मसी ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ आपणाँ वाते ग्यान ठेरियो अन वींका वजेऊँ आपाँ परमेसर का हामे सई अन पुवितर मनक बण्या अन आपाँने छुटकारो मल्यो।
मने आ भी दरपणी लागे हे के, जद्याँ मूँ थाँकाऊँ मलबा आऊँ तो थाँका हामे मारो परमेसर मने हरमा ने मारे। मने वाँका वाते ज्यो पेल्याँ पाप किदो हो जस्यान कुकरम, हूगळोपणो अन भोग-विलास में जीव जियो हो अन आ बाताँ ने करबा का केड़े भी वीं आपणाँ मन ने ने फेरिया, वाँ वाते रोणो ने पड़े।
ईं वाते जणी दनऊँ माँ थाँका बारा में ओ हुण्यो, वीं दनऊँ थाँका वाते परातना करणी ने छोड़ी। माँकी परमेसरऊँ याईस परातना हे के, हाराई आत्मिक ग्यान अन हमज का हाते परमेसर आपणी मनसा का ग्यानऊँ थाँने भर दे।
इपफरास, ज्यो थाँका मेईलोईस हे अन मसी ईसू को दास हे, वो थाँने आद कररियो हे अन हरदाण थाँका वाते आका मनऊँ परातना करे हे। जणीऊँ थाँ हमजदारी अन पूरा भरोसा का हाते परमेसर की मरजी में अटल रेवो।
देको कुई भी कुकरम ने करे अन वीं एसाव के जस्यान परमेसरऊँ छेटी ने जावे ज्यो पाटवी बेटो हो अन उतरादिकार पाबा को अदिकार हो, पण वणी बेस एक दाण का खाणा का वाते वो पद बेंच दिदो।
ब्याव को हाराई ने मान करणो छावे। लोग-लुगई एक-दूँजा का वाते वफादार रेवो। काँके दूजाँ का हाते गलत वेवार राकबावाळा लोग-लुगई ने अन कुकरम करबावाळा ने परमेसर सजा देई।
पण दरपण्या अन बना विस्वासवाळा, भरस्ट, हत्यारा अन कुकरमी, जादु-टोना करबावाळा, मूरती पुजबावाळा, अन हाराई जूट बोलबावाळा को भाग वीं कुण्ड में मली ज्यो हमेस्यान बळतो रेवे हे। या दूजी मोत हे।”
पण जादु-टोना करबावाळा, कुकरमी, हत्यारा, मूरती पुजबावाळा, अन हरेक तरियाऊँ जूट पे चालबावाळा, जूटऊँ परेम करबावाळा ईं अड़क्या गण्डकड़ा का जस्यान हे अन ईं हाराई नगरऊँ बारणे पड़्या रेई।