तो काँ ने आपाँ भी वणी तरियाऊँ रेवा, जस्यान मनक दन का उजिता में रेवे हे। ने तो खा-पीन धुत रेबावाळा का जस्यान, ने कुकरम, लुचापणा करबावाळा की तरियाँ अन ने लड़बावाळा का जस्यान अन ने रिस्याँ बळबावाळा का जस्यान।
आकरी में हो भायाँ, ज्यो ज्यो बाताँ हाँची हे अन ज्यो ज्यो बाताँ आदर करबा जस्यी हे अन ज्यो ज्यो बाताँ सई हे अन ज्यो ज्यो बाताँ ऊजळी हे अन ज्यो ज्यो बाताँ हुवावणी हे अन ज्यो ज्यो बाताँ हव गुण, बड़ई अन बड़िया हे वाँपे ध्यान लगाया करो।
हो लुगायाँ, जस्यान दास मालिक का बंस में रेवे हे, वस्यान थाँ भी थाँका धणी का बंस में रेवो, काँके यद्याँ थाँका धणी परबू का बचन ने मानबावाळा भी वेवे, तो वींने कई केवा की जरूत कोयने, पण वो आपणी लुगई का वेवार ने देकन परमेसर का बचन पे चालबा लाग जाई।