20 हाँची में बड़ई अन खुसी थाँईस हो।
पण मनक का वाते आपणो मातो ढाकणो हव ने हे काँके वो परमेसर को रूप अन परमेसर की मेमा हे। पण एक लुगई आपणाँ धणी की मेमा ने बतावे हे।
जस्यान थोड़ागणा थाँ माँने हमज्या हो, थाँ मारा पे वस्यानीस मेपणो कर सको हो जस्यान के माँ थाँका पे वणी दन मेपणो कराँ जद्याँ आपणाँ ईसू मसी पाच्छा आई।
ईं वाते थाँने देकबा का वाते माँ ओरी वाट ने नाळ सकता हाँ, तो माँ ओ ते किदो के, एतेंस नगर में एकला रे जावाँ,