12 मूँ सिलवानुस ने विस्वास जोगो भई जाणूँ हूँ अन वींकी मदतऊँ यो कागद लिकन थाँकी हिम्मत बड़ाणी छारियो हूँ अन आ गवई देरियो हूँ के, परमेसर की हाँची दया याईस हे। थाँ ईंमें पाका बण्या तका रेज्यो।
तद्याँ थरप्या तका, बुड़ा-ठाड़ा, हंगळी विस्वास्याँ की मण्डळ्याँ के हण्डे आपणाँ मूँ थोड़ाक मनकाँ ने चुणन पोलुस अन बरनबास के हाते अन्ताक्या खन्दाबा का वाते फेसलो किदो। अन वणा भायाँ मूँ जाणिता मनक, यहूदो जो बरसबा केवावे, सिलास ने चुणन वाँका हण्डे खन्दाया।
पण मूँ आपणाँ जीव ने कई ने हमजूँ। मूँ तो बेस वीं दोड़ अन सेवा का काम ने पूरो करणो छारियो हूँ, जिंने में परबू ईसुऊँ पाई हे, जो परमेसर की करपा का हव हमच्यार की गवई देणो हे।”
काँके थाँका बचमें में अन सिलवानुस, तिमुतियुस परमेसर का बेटा ईसू मसी को ज्यो परच्यार किदो हो, वो हाँ अन ने में कोयने किदो हो पण वो ईसू मसी में हाँ मेंईस हो।
मूँ पोलुस, सिलवानुस अन तिमुतियुस का हाते ओ कागद थिस्सुलुनिक्यों नगर की मण्डळ्या ने लिकरियो हूँ, जीं बापू परमेसर अन परबू ईसू मसी में हे, थाँका पे दया अन सान्ती बणी तकी रेवे।
जणी किंने भी परमेसर का आड़ीऊँ जो भी वरदान मल्यो हे वींने छावे के, वो परमेसर का वादा का जस्यान हव वेवस्ता करबावाळा की जस्यान, एक दूजाँ की सेवा करबा वाते वीं वरदान ने काम में लेवे।
दिमेत्रियुस का बारा में जाणबावाळा हाराई वींका बारा में हव गवई दिदी हे अन ओ हाँच भी हे। माँ खुद भी वींकी गवई देवाँ हा। थाँ तो जाणोइस हो, मारी गवई हाँची हे।
हो लाड़ला भायाँ, मूँ तो घणो छावतो हो के, थाँने वीं छूटकारा का बारा में लिकूँ, जिंका आपाँ पांतीदार हा। मने अस्यान भी लागे हे के, मूँ थाँने ईं बाताँ लिकन हिम्मत देऊँ जणीऊँ थाँ विस्वास में बड़ता रेवो, ज्यो विस्वास परमेसर का पुवितर मनकाँ ने दिदो ग्यो हो।