19 ईं वाते जो परमेसर की मरजी का जस्यान दुक जेले हे, वीं भलई करता तका आपणाँ खुद ने विस्वास जोगा अन आपणी रचना करबावाळा परमेसर का हाताँ में हूँप देणा छावे।
ईं वणा मनकाँ की आत्मा हे, जणा जद्याँ नूह नाव बणारियो हो वीं टेम परमेसर को केणो ने मान्यो, पण परमेसर धिज्या का हाते वाँकी वाट नाळरिया हा, वीं टेम भी नाव में आट मनकईस पाणीऊँ बंचाया ग्या हा।