4 पण थाँ थाँको मयने का मन ने परबू का वसनऊँ जो सान्ती अन हुदा भावऊँ भरियो तको हे, वणीऊँस खुद ने सजाज्यो, काँके अस्यान को सजणो-धजणो परमेसर का हामे घणो हव हे।
ईंपे ईसू वाँने क्यो, “थाँ अस्या लोग-बाग हो, जी मनकाँ का हामे आपणाँ खुद ने धरमी बतावे हे, पण परमेसर थाँका मन ने जाणे हे। मनक जिंने मोटा हमजे हे, वो परमेसर की देकणी में कई ने हे।
पण हाँचो यहूदी वोईस हे, ज्यो मन में हे, अन हाँचो खतनो वोईस हे, ज्यो आत्माऊँ मन को खतनो हे, ने के, लिक्या तका नेमा को। अस्या मनकाँ की बड़ई मनकाँऊँ ने पण परमेसर का आड़ीऊँ वेवे हे।
काँके आपाँ ओ जाणा हा के, आपाँ आपणो पुराणो जीवन ईसू का हाते हूळी पे चढा दिदो हो, ताँके पापऊँ भरी आपणी देह नास वे जावे। अन आपाँ आगे पाप का दास ने बण्या रे सका।
ईं वाते हाराई असुद कामाँऊँ अन च्यारूँमेर की बुरईऊँ छेटी रेज्यो। पण धिज्यो राकबावाळा वेन परमेसर का बचन जीं थाँका मन में हे वाँने मानज्यो, ताँके वीं थाँकी आत्मा ने छुटकारो दे सके।
काँके थाँ नुवो जीवन पायो हे, अन थाँको यो नुवो जीवन मनकाँ का आड़ीऊँ कोयने, जिंको अंत वेवे हे, पण यो जीवन तो परमेसरऊँ आयो हो, जिंको अंत किदी ने वेवे हे। काँके थाँ परमेसर का बचना पे विस्वास किदो हे ज्यो हमेस्यान जीवतो अन अटल रेवे हे।