पण अबे थाँने पापऊँ छुटकारो मलग्यो ग्यो हे अन परमेसर का दास बणा दिदा ग्या हो, तो ज्या खेती थाँ करिया हो, वाँ थाँने परमेसर का आड़ी खरईपणा में लेजाई। जिंको आकरी फळ अनंत जीवन हे।
ईं हाराई मनक विस्वास करता कतराई मरग्या अन ज्यो चीज वाँने देबा को वादो किदो ग्यो हो, वाँ वाँने कोनी मली। पण वीं वाँने छेटीऊँ देकी अन वाँकी आवभगत किदी अन वीं ओ भी मानता हा के, वीं ईं धरती में बारवासी अन अणजाण हे।
ईं वाते हाराई असुद कामाँऊँ अन च्यारूँमेर की बुरईऊँ छेटी रेज्यो। पण धिज्यो राकबावाळा वेन परमेसर का बचन जीं थाँका मन में हे वाँने मानज्यो, ताँके वीं थाँकी आत्मा ने छुटकारो दे सके।
ईं वणा मनकाँ की आत्मा हे, जणा जद्याँ नूह नाव बणारियो हो वीं टेम परमेसर को केणो ने मान्यो, पण परमेसर धिज्या का हाते वाँकी वाट नाळरिया हा, वीं टेम भी नाव में आट मनकईस पाणीऊँ बंचाया ग्या हा।