हो विस्वासी भायाँ, मूँ अणा आकरी सबदा का हाते अणी कागद ने बन्द कररियो हूँ, राजी रिया करो, थाँका वेवार ने बदलो, एक-दूँजा ने हिम्मत बंदावो, सान्ती अन मेल-मिलापऊँ रो, तद्याँ परमेसर ज्यो परेम अन सान्ती का दाता हे थाँका हाते रेई।
थाँ कस्यान जाण सको के, कूण परमेसर को बेटा हे? कूण सेतान को बेटा हे? हरेक वीं मनक ज्यो धरम का काम ने करे अन आपणाँ विस्वासी भईऊँ परेम ने करे वीं परमेसर का आड़ीऊँ कोयने हे।
जस्यान को परेम परमेसर आपाऊँ राक्यो हे वींने आपाँ जाणा हाँ अन आपाँ वींमें विस्वास भी किदो हे। परमेसरइस परेम हे। ज्यो भी मनक परेम करे हे वो वींमें बण्यो तको रेवे हे अन परमेसर वींमें वास करे हे।
हो मारा प्यारा भायाँ, एक-दूजाऊँ परेम करो। काँके परेम परमेसर का आड़ीऊँ आवे हे अन ज्यो भी परेम करे, वो परमेसर का बेटा-बेटी बण जावे हे अन परमेसर ने जाणे हे।