5 वणा जूटा परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अणी दनियाँ का बारा में बतावे हे अन या दनियाँ वाँकी हुणे हे, काँके वीं अणी दनियाँ का हे।
वणी मालिक वणी अधरमी मुनीम ने सेबासी दिदी, काँके वणी चालाकीऊँ काम किदो हे, अणी दनियाँ का लोग-बाग परमेसर का मनकाँ का वेवारऊँ घणाई चतूर हे।”
में थाँको बचन वाँने दिदो, अन दनियाँ वाँकाऊँ दसमणी किदी, काँके जस्यान मूँ दनियाँ को ने, वस्यान वीं भी दनियाँ का कोयने हे।
जस्यान मूँ दनियाँ को ने हूँ, वस्यानीस वीं भी दनियाँ का ने हे।
“ज्यो ऊपरेऊँ आवे हे वो हाराऊँ मोटो हे। ज्यो धरतीऊँ आवे हे वो धरती को हे अन वो धरती किइस बाताँ करे हे। ज्यो हरगऊँ आवे हे, वो हाराई का ऊपरे हे।
ईंपे ईसू वाँने क्यो, “थाँ ईं धरती का हो पण मूँ ने हूँ, मूँ ऊपरे हरगऊँ आयो हूँ। थाँ अणी दनियाँ का हो, पण मूँ अणी दनियाँ को ने हूँ।
अस्यान को टेम आरियो हे जद्याँ मनक हव हिक ने, ने हूणी, पण ईंकी अलावा वीं आपणाँ वाते अस्यान का हिकाबावाळा होद लेई, जीं वाँने वीं बाताँइस हिकाई जस्यी हूणणी वाँने हव लागे हे।
अन वीं मोटा अजगर ने धरती पे फेंक दिदा ग्यो ओ वोईस पुराणो मोटा हाँप हे जिंने दानव कन सेतान क्यो ग्यो हे। ओ हारी दनियाँ ने भरमातो रेवे। ईं अजगर ने ईंका दुताँ का हाते धरती पे फेंक दिदा ग्या।