अन ज्यो भी मनक परमेसर को आदेस माने हे वींका में परमेसर को वास रेवे हे अन वो मनक परमेसर में बण्यो तको रेवे हे। अन पुवितर आत्मा की वजेऊँ ज्या आपाँने दिदी गी, वणीऊँ ओ जाण सका हाँ के, आपणाँ मयने परमेसर को रेवास हे।
आपाँ कस्यान जाण सका हाँ के, आत्मा परमेसर का आड़ीऊँ हे के कोयने? ज्या भी आत्मा आ केवे हे के, “ईसू मसी मनक का रूप में ईं धरती पे आयो।” वाँ आत्मा परमेसर का आड़ीऊँ हे।
ईं दनियाँ में नरई भटकाबावाळा मनक हे। अन ज्यो भी मनक ईं बात ने, ने माने के, ईसू मसी ईं धरती पे मनक का रूप में आया। अस्या मनक धोको देबावाळा अन मसी का दसमण हे।