10 थाँ कस्यान जाण सको के, कूण परमेसर को बेटा हे? कूण सेतान को बेटा हे? हरेक वीं मनक ज्यो धरम का काम ने करे अन आपणाँ विस्वासी भईऊँ परेम ने करे वीं परमेसर का आड़ीऊँ कोयने हे।
पण थाँ आपणाँ दसमणाऊँ परेम राको अन भलई करो, अन पाच्छा पाबा की आस ने राकन उदार दो, तद्याँ थाँने मोटो ईनाम मली अन थाँ परबू परमेसर की ओलाद केवावो, काँके परमेसर आग्या ने मानबावाळा अन पापी मनकाँ पे भी दया करे हे।
थाँको बाप तो सेतान हो अन थाँ वींकी मरजी ने पुरी करणा छावो हो। वो तो ठेटऊँ हत्यारो हो। वो कदी भी हाँच का आड़ी ने रियो, काँके वींमें हाँच कोयने हे, जद्याँ वो जूट बोले हे, तो आपणाँ हाव-भाव के तरिया बोले हे। काँके वो जूटो हे अन हरेक जूट को बाप हे।
हो मारा प्यारा भायाँ, अबे आपाँ परमेसर का बेटा-बेटी हाँ, पण आबावाळी टेम में आपाँ कई वेवा, ईंका बारा में आपाँने ग्यान ने दिदो ग्यो हे, पण छावे ज्यो भी वे, आपाँ ओ जाणा हाँ के, जद्याँ मसी पाच्छा परगट वेई, तद्याँ आपाँ वींके जस्यान वे जावाँ, काँके जस्यान वो हे, वस्यानीस आपाँ वींने देकाँ।
पण ज्यो भी आपणी बाताँ हुणे हे, वो परमेसर का आड़ीऊँ हे, काँके वो परमेसर ने जाणे हे। पण ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ ने हे, वीं आपणी ने हुणे। अणी बात की वजेऊँ आपाँ ओ जाण सका के, कस्यी आत्मा हाँच की हे अन कस्यी आत्मा भटकबावाळी हे।