5 पण ज्यो भी मनक परमेसर का बचना ने माने हे, तद्याँ वींका में परमेसर को परेम रेवे हे, काँके योईस एक गेलो हे, जणीऊँ आपाँ परमेसर में कल्डा बण्या तका रे सका हा।
“मूँ अंगूरा की वेलड़ी हूँ, थाँ डाल्याँ हो, ज्यो मारा में बणी रेवे हे अन मूँ वाँमें वाँ हेला फळ देवे हे। काँके माराऊँ न्यारा वेन थाँ कई भी ने कर सको हो।
अन परमेसर का आड़ीऊँ थाँ ईसू मसी में हो, मसी ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ आपणाँ वाते ग्यान ठेरियो अन वींका वजेऊँ आपाँ परमेसर का हामे सई अन पुवितर मनक बण्या अन आपाँने छुटकारो मल्यो।
अन ज्यो भी मनक परमेसर को आदेस माने हे वींका में परमेसर को वास रेवे हे अन वो मनक परमेसर में बण्यो तको रेवे हे। अन पुवितर आत्मा की वजेऊँ ज्या आपाँने दिदी गी, वणीऊँ ओ जाण सका हाँ के, आपणाँ मयने परमेसर को रेवास हे।
अणीऊँ आपाँ में परेम पाको व्यो, ताँके न्याव का दन आपीं विस्वास में बण्या रेवा, काँके आपाँ दनियाँ में वस्यानीस जीवन जीवाँ हाँ, जस्यान को मसी जीवन जियो हो।
अणी बात ने भी आपाँ जाणा हाँ के, परमेसर का बेटा ईसू मसी आया अन आपाँने हमज दिदी, जणीऊँ हाँचा परमेसर ने जाण सका अन आपाँ वींके हाते रेवा ज्यो हाँचो हे मतलब वींका बेटा ईसू मसी का हाते। योईस हाँचो परमेसर अन अनंत जीवन देबावाळो हे।
परेम करबा को अरत ओ हे के, आपाँ परमेसर का आदेसा पे चालणो छावे अन यो वोईस आदेस हे, जी आपाँने सरुआत में दिदो ग्यो हो के, आपाँने परेम का हाते जीवन जीवणो छावे।
तो वो अजगर वीं लुगई पे गुस्सा में आग्यो, अन वो वीं लुगई का वाँ मनकाँ पे जी परमेसर की आग्या मान्याँ करता हा अन ईसू मसी की गवई देता हा वाँकाऊँ लड़बा का वाते निकळग्यो।