मसी का बचना ने आपणाँ हरदा में नराऊँ-नरा वसबा दो अन हाराई ग्यानऊँ एक दूजाँ ने हिकावो अन हेंचेत करता रेवो। थाँका हरदाऊँ परमेसर को धन्नेवाद करता तका भजन, बड़ई का गीत अन आत्मिक गीत गाता रेवो।
हो भूण्डा मनकाँ, मूँ थाँने ईं वाते लिकूँ हूँ, काँके थाँ परमेसर ने जाण लिदा हे, जीं सरुवातऊँ हे। हो मोठ्याराँ, मूँ थाँने ईं वाते लिकूँ हूँ, काँके थाँ जोरावर हो, थाँ परबू का बचन ने मानो हो अन बुरई ने भी छेटी कररिया हो।
हो मारा प्यारा बाळकाँ, थाँ परमेसर का हो। ईं वाते थाँ जूटा परमेसर की आड़ीऊँ बोलबावाळाऊँ जितग्या हो। काँके थाँका मयने वो परमेसर वास करे हे वीं ईं दनियाँ में रेबावाळा सेतानऊँ जोरावर हे।