5 यद्याँ माँ ब्याव किदो तको वेतो तो कई माँ खन्दाया तका चेला ने ओ अदिकार ने हे के, माँ माँकी लुगायाँ ने आपणाँ हाते ले जावाँ, जस्यान दूजाँ खन्दाया तका चेला पतरस अन परबू के भई किदो हो?
कई, यो वो हुतार तो ने हे, ज्यो मरियम को छोरो हे अन कई याकूब, योसेस, यहूदा अन समोन को भई तो ने हे? कई, ईंकी बेना आपणाँ अटे तो ने हे?” ईं वाते वाँ लोगाँ वींने नकार दिदो।
पण ज्यो मनक विस्वास ने राके, यद्याँ वो अलग वेणो छावे, तो अलग वेबा दो। अस्यी दसा में कुई भई कन बेन कस्याई बन्धन में ने हे, पण परमेसर तो आपाँने सान्तीऊँ रेवा का वाते बलाया हे।
जद्याँ तईं कणी लुगई को धणी जीवतो हे, तद्याँ तईं वाँ वींका बन्धन में बन्दी तकी हे। पण जद्याँ वींको धणी मर जावे, तो वाँ जणीऊँ छावे वणीऊँ ब्याव कर सके हे पण बेस परबू का गट-जोड़ में।
मूँ तो छावूँ हूँ के, हाराई मनक मारा जस्यान बना ब्याव करिया रेवे, पण हरेक मनक ने परमेसर का आड़ीऊँ एक खास वरदान मल्यो हे। हाराई ने अलग अलग तरिया को वरदान मल्यो हे।
एक मण्डली को परदान बना दोसवाळो वेणो छावे, वींके एकीस लुगई वे, खुद ने बंस में राकबावाळो, धीरज करबावाळो अन मरयादा में रेबावाळो, वो आपणाँ घर में अणजाण की भी आवभगत करे, वो हिकावाबाळा वेवे।
अस्यान का मनक ब्याव करबा ने गलत अन खाबा की कई चिजाँऊँ रका राकबा की हिक देई, पण परमेसर वणा चिजाँ ने ईं वाते बणई के, विस्वास अन हाँच ने जाणबावाळा वाँने परमेसर को धन्नेवाद देन खावे।
परदानाँ ने जिमेदारी तद्याँईस हूँपी जावे, जद्याँ वीं निरदोस वेवे अन वाँके एकीस लुगई वे, वाँका बाळक विस्वासी वेवे अन बुरा काम करबावाळा ने वेवे अन आग्या ने मानबावाळा में वाँको नाम ने वेवे।
ब्याव को हाराई ने मान करणो छावे। लोग-लुगई एक-दूँजा का वाते वफादार रेवो। काँके दूजाँ का हाते गलत वेवार राकबावाळा लोग-लुगई ने अन कुकरम करबावाळा ने परमेसर सजा देई।