ज्यो भी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा ने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा मानन मानी, वो भविसवक्ता का जस्यान फळ पाई। अन ज्यो धरमी मनक ने धरमी मानी, वो धरमी का जस्यान फळ पाई।
ईं वाते मारी दानकी कस्यी हे? के जद्याँ हव हमच्यार को परच्यार करूँ तो बना दानकी लेन करूँ हूँ, ताँके हव हमच्यार को परच्यारऊँ ज्यो पाबा को मने अदिकार हे, मूँ वींने पूरो काम में ने लूँ।
पण ईंका हामे वीं मानग्या के, जस्यान यहूदी मनकाँ में हव हमच्यार हुणाबा को काम परमेसर पतरस ने हुप्यो हे, वस्यानीस जीं यहूदी ने हे वणा मनकाँ में हव हमच्यार हुणाबा को काम मने हुप्यो ग्यो हे।
पण जस्यान परमेसर माँने ईं जोगा जाणन हव हमच्यार ने हुणाबा को काम हूँप्यो हे। माँ ईंने वस्यानीस हुणावा हा अन अस्यान करन माँ मनकाँने ने, पण परमेसर ने जीं हरदा ने परके हे वाँने राजी कराँ हाँ।