5 धरती अन आकास में नरई देवताँ केवावे हे, अन नरई परबू अन देवताँ हे।
ईं वाते जद्याँ मनक भेळा व्या, तो पिलातुस वाँने क्यो, “थाँ कई छावो हो के, मूँ थाँका वाते किंने छोड़ दूँ? बरब्बा ने कन ईसू ने ज्यो मसी बाजे हे?”
पेल्याँ जद्याँ थाँ परमेसर ने कोयने जाणता हा, तद्याँ वाँका दास हाँ, जीं हाँची में परमेसर ने हे।
यो मनक हाराई ने ज्याँने ईसवर अन मूरत्याँ जोगा बोले हे, वाँका हामे वेई अन खुदाखुद ने हाराऊँ मोटो मानी, अटे तईं वो परमेसर का मन्दर में बेटन खुदाखुद ने ईसवर मानी।