पण मूँ थाँकाऊँ यो केवूँ हूँ के, ज्यो कुई आपणी लुगई ने कुकरम के अलावा कणी ओरी बातऊँ तलाक देवे हे अन वा लुगई कणी दूजाँ का हाते रेवे तो वींके कुकरमी वेबा को जिमेदार वींको पेलो धणी हे। ज्यो कुई वीं तलाक दिदी तकीऊँ ब्याव करे, तो वो भी कुकरम करे हे।
पण ज्यो मन में पाको हे अन जिंपे कई दबाव ने हे अन वो आपणी मरजी ने आपणाँ अदिकार में राके अन आपणाँ मन में आ बात ते कर लिदी हे के, मूँ आपणी हगई वीं तकीऊँ ब्याव ने करूँ तो वो ओ हव करे हे।
जद्याँ तईं कणी लुगई को धणी जीवतो हे, तद्याँ तईं वाँ वींका बन्धन में बन्दी तकी हे। पण जद्याँ वींको धणी मर जावे, तो वाँ जणीऊँ छावे वणीऊँ ब्याव कर सके हे पण बेस परबू का गट-जोड़ में।
ब्याव को हाराई ने मान करणो छावे। लोग-लुगई एक-दूँजा का वाते वफादार रेवो। काँके दूजाँ का हाते गलत वेवार राकबावाळा लोग-लुगई ने अन कुकरम करबावाळा ने परमेसर सजा देई।