24 हो भायाँ, जिंने भी जणी दसा में बलायो ग्यो हे, वाँने वणी मेंईस परमेसर का हाते रिस्ता में रेणो छावे।
तद्याँ वाँ जान आपणाँऊँ ओरी हुगली हात आत्माने आपणाँ हाते ले आवे हे, अन वीं वींमें धसने वटे वास करे हे, अन वीं मनक की पाछली दसा पेल्याऊँ भी हुगली वे जावे हे। ईं जुग का हूँगला मनकाँ की दसा भी अस्यानीस वेई।”
ईं वाते छावे ज्यो खावो, छावो ज्यो पियो, छावो ज्यो करो, बेस हारोई परमेसर की मेमा का वाते करो।
परबू जिंने जस्यो वरदान दिदो हे अन जिंने जस्या रूप में चुण्यो हे, वींने वस्यानीस रेणो छावे। हारी मण्डळ्याँ में मूँ ओईस आदेस दूँ हूँ।
हरेक मनकाँ ने वस्यानीस रेणो छावे हे, जस्यान वीं बलाया ग्या हे।