6 कई एक भई कदी आपणाँ दूजाँ विस्वासी भई पे मुकदमो करे हे? पण थाँ तो आपणी बाताँ को फेसलो अविस्वासी मनकाँ नकूँ करारिया हो।
दूजे दन मूसे देक्यो के आपणाँ मनकाँ मूँ कुई लड़रिया हा, तो वाँने हमजोतो करबा के वाते क्यो, “भई, थें तो भई-भई वेन एक-दूँजा पे अन्याव काँ करो हो?”
आपणाँ हण्डाळ्याँ का हाते लड़ई वेबा पे थाँकामूँ कूण फेसला का वाते परमेसर का मनकाँ का नके ने जान कस्यान दनियाँ का मनकाँ का नके जाबा की हिम्मत करे हे?
पण हाँची में थाँ आपस में एक-दूँजा पे मुकदमो करो हो ज्यो थाँकी हार ने बतावे हे। अणीऊँ बड़िया तो ओ हे के, थाँ अन्याव ने सेण करलो अन थाँको घाटो वे जावे।
बना विस्वासवाळा मनकाँ का हण्डाळ्याँ मती बणो, काँके धारमिकता को पाप का हाते कई मेळ ने हे। अन्दारा की उजिता का हाते कस्यान संगती वे सके हे?
अस्यानीस मसी को सेतान बलियालऊँ कई लेणो-देणो ने हे। बना विस्वासवाळा मनक को विस्वासी का हाते कई मेळ ने हे।
पण यद्याँ कुई आपणाँ हगा-होई की, अन खास तरियाऊँ आपणाँ परवारवाळा की देक-रेक ने करे, तो वो आपणाँ विस्वासऊँ फरग्यो हे अन वो एक बना विस्वासवाळाऊँ हेलो बुरो वेग्यो हे।