10 मारा केवा को ओ मतलब ने हो के, थाँ ईं दनियाँ का कुकरमी, लोबी मनकाँ, ठगी मनकाऊँ, मूरत्याँ पूजबावाळाऊँ कई भी वेवार मती राको, अस्यो वेबा पे तो थाँने ईं दनियाऊँ जाणो पड़ जाई।
यद्याँ थाँ दनियाँ का वेता, तो दनियाँ थाँकाऊँ परेम राकती। पण ईं वाते के, थाँ दनियाँ का ने हो पण में थाँने दनियाँ मेंऊँ चुण लिदा हे ईं वाते दनियाँ थाँकाऊँ दसमणी राके हे।
“में थाँका मेमावान नाम ने वणा मनकाँ ने परगट किदा हे, ज्याँने थाँ दनियाऊँ मने दिदा। वीं हाराई थाँका हा अन थाँ वणा हाराई ने मने दिदा अन वाँकाणी थाँका बचना ने मान लिदा हे।
यद्याँ विस्वास ने राकबावाळा थाँने जीम्बा का वाते बलावे अन थाँ वटे जाणा छावो हो तो, थाँके हामे ज्यो भी परोस्योग्यो वींने मनऊँ खा लिज्यो अन वणीऊँ कई सवाल मती करज्यो।
पण में ज्यो लिक्यो हो वो ओ हे के, कणी अस्या मनकऊँ वेवार मती राको ज्यो आपणाँ खुद ने मसी को विस्वासी केन भी कुकरमी, लोबी, मूरत्याँ पूजबावाळो, जूटी खबर देबावाळो, पीबावाळो, अन ठग वेवे। अस्या मनकाँ का हाते थाँ खाणो भी मती खावो।
ईं दनियाँ को सेनापती ज्यो सेतान हे, वो वणा मनकाँ की अकल ने बन्द कर मेली हे जीं विस्वास ने करे हे। जणीऊँ वीं परमेसर का रूप में मसी ने अन वाँकी मेमावान उजिता का हव हमच्यार ने ने देक सके।
थाँ पेल्याँ दनियाँ का हूँगला नेमा पे चालता हा। अन वीं वादळा की आत्मिक सगत्याँ का राजा ने मानता हा, ज्यो आत्मा लोगाँ ने अबे परमेसर को मान ने करबा का वाते मजबूर करती ही।
हो मारा प्यारा भायाँ, एक-दूजाऊँ परेम करो। काँके परेम परमेसर का आड़ीऊँ आवे हे अन ज्यो भी परेम करे, वो परमेसर का बेटा-बेटी बण जावे हे अन परमेसर ने जाणे हे।