1 हाँची में मने बतायो ग्यो हे के, थाँ लोगाँ में कुकरम फेल्यो तको हे, अस्यो कुकरम ज्यो अधरम्याँ में भी ने मले हे के, एक मनक आपणी सोतेली बई का लारे कुकरम करे हे।
पण में ज्यो लिक्यो हो वो ओ हे के, कणी अस्या मनकऊँ वेवार मती राको ज्यो आपणाँ खुद ने मसी को विस्वासी केन भी कुकरमी, लोबी, मूरत्याँ पूजबावाळो, जूटी खबर देबावाळो, पीबावाळो, अन ठग वेवे। अस्या मनकाँ का हाते थाँ खाणो भी मती खावो।
क्यो जावे हे के, “खाणो पेट का वाते अन पेट खाणा का वाते हे।” पण परमेसर अणा दुयाँ ने खतम कर देई अन देह कुकरम का वाते ने हे, पण परबू की सेवा का वाते हे अन देह का वाते परबू वेवस्ता करे हे।
कई थाँ ने जाणो हो के, बुरा मनक परमेसर का राज का वारिस ने वेई? धोको मती खावो अन ने गलत वेवार करबावाळो बण, ने मूरताँ पूजो, ने कुकरम, ने मनक मनक का हाते हुगलो काम करे,
मने आ भी दरपणी लागे हे के, जद्याँ मूँ थाँकाऊँ मलबा आऊँ तो थाँका हामे मारो परमेसर मने हरमा ने मारे। मने वाँका वाते ज्यो पेल्याँ पाप किदो हो जस्यान कुकरम, हूगळोपणो अन भोग-विलास में जीव जियो हो अन आ बाताँ ने करबा का केड़े भी वीं आपणाँ मन ने ने फेरिया, वाँ वाते रोणो ने पड़े।
ईं वाते मारो थाँने कागद लिकबा को ओ मतलब ने हो के, मूँ थाँने बताऊँ के, कूण दोसी हे अन वींका बारा में के, किंका खिलाप में गुनो किदो ग्यो हे, पण ईं वाते लिक्यो हो के, परमेसर का हामे थाँने खुद पतो पड़ जावे के, थाँ माँकी करती मानो हो।
पण दरपण्या अन बना विस्वासवाळा, भरस्ट, हत्यारा अन कुकरमी, जादु-टोना करबावाळा, मूरती पुजबावाळा, अन हाराई जूट बोलबावाळा को भाग वीं कुण्ड में मली ज्यो हमेस्यान बळतो रेवे हे। या दूजी मोत हे।”