8 अस्यान लागरिया हो के, थाँ तो धापग्या हो अन थाँ रिप्यावाळा वेग्या हो! कई थाँ माँके बना राज किदो हे? पण भलो वेतो के, थाँ राज करता, तो माँ भी थाँका हाते राज करता।
पोलुस क्यो, “थोड़ाक टेमऊँ कन हेला टेम में, परमेसरऊँ मारी अरज हे के, बेस थूँईस ने पण जतरा लोग आज मारी हुणरिया हे, वीं हंगळा वस्यान वे जावे जस्यान मूँ हूँ, बेस हाँकळा ने छोड़न।”
ईं वाते वींकी दया की वजेऊँ ज्या मने मली हे। वींने ध्यान में लेन मूँ थाँने केवूँ हूँ जतरा थाँ हो वणी हेला खुद ने मती हमजो हे, पण विस्वास का जस्यान जतरी कबालियत परमेसर थाँने दिदी हे वतरोइस खुद ने हमजो।
थाँ थाँको जीवन मसी का हव हमच्यार के जोगो जियो, ताँके यद्याँ मूँ आन थाँने देकूँ कन ने देकूँ पण थाँका बारा में मूँ ओ हुण सकूँ के, थाँ एक मन अन एक मकसदऊँ अटल रेन हव हमच्यार का विस्वास का वाते कल्ड़ी मेनत कररिया हो।