ईं वाते वींकी दया की वजेऊँ ज्या मने मली हे। वींने ध्यान में लेन मूँ थाँने केवूँ हूँ जतरा थाँ हो वणी हेला खुद ने मती हमजो हे, पण विस्वास का जस्यान जतरी कबालियत परमेसर थाँने दिदी हे वतरोइस खुद ने हमजो।
वींकी दया जस्यान आपाँने ज्यो अलग अलग वरदान मल्या हे। जस्यान किंने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा को वरदान हे, तद्याँ वो आपणाँ विस्वास का जस्यान परमेसर का आड़ीऊँ बोले।
अन आज मूँ ज्यो कई भी हूँ परमेसर की दयाऊँ हूँ अन वींकी दया मारा वाते बेकार ने गी। काँके में दूजाऊँ हेली मेनत किदी हे, पण परमेसर की दया मारा पे हे जणीऊँ मूँ अस्यान कर सक्यो हूँ।
ओ बतावो अपुलोस कूण अन पोलुस कूण हे? बेस माँ तो परबू का सेवक हाँ, ज्याँके वजेऊँ थाँ विस्वास किदो हो। माकाँ मूँ हाराई बेस वोईस काम कर हे ज्यो परबू माने हूँप्यो हे।
मूँ तो छावूँ हूँ के, हाराई मनक मारा जस्यान बना ब्याव करिया रेवे, पण हरेक मनक ने परमेसर का आड़ीऊँ एक खास वरदान मल्यो हे। हाराई ने अलग अलग तरिया को वरदान मल्यो हे।
काँके हाराई दान वरदान अन हव ईनाम उपरेऊँईस मले हे अन ईं उजिता का परमेसरइस देवे हे जणी हरग ने बणाया हे, ज्यो कदी बदल कोयने, अन वींमें बदलती दसा का वजेऊँ आबावाळी काळी छाया भी कोयने हे।
जणी किंने भी परमेसर का आड़ीऊँ जो भी वरदान मल्यो हे वींने छावे के, वो परमेसर का वादा का जस्यान हव वेवस्ता करबावाळा की जस्यान, एक दूजाँ की सेवा करबा वाते वीं वरदान ने काम में लेवे।