13 माँ गाळ्याँ हुणन भी नरमाईऊँ जवाब दा हाँ। माँ अणी दनियाँ का कचरोऊँ बड़न ने हाँ। माँ अबाणू भी अणी दनियाँ का मेल हमज्या जावा हाँ।
आ बात तईं वे वींकी बात हूणता रिया। तद्याँ जोरऊँ हाको करन केबा लागा, “अणी मनक ने मार नाको, यो अणी धरती पे जीवतो रेवा के जोगो ने हे।”
माँ इजत, अपमान में अन मान पाबा में अन बेजत वेबा में आगे राका हाँ। माँने मनक ठग हमजे हे, जद्याँ के माँ हाँचा हाँ।
वो पाणी भी बतिस्मा का जस्यान हे, जणीऊँ अबे थाँ बंचाया जावो हो। अणी बतिस्मा को मतलब यो कोयने के, देह को मेल धोयो जावे, पण मन ने पुवितर करन खुद ने परमेसर का आड़ी फेरणो वेवे हे, काँके ईसू मसी मरिया तका मेंऊँ पाच्छा जीवता किदा ग्या हा।