हो बापू, मारी या अरज हे के, वीं हाराई एक वेवे, जस्यान मूँ थाँकामें हूँ अन थाँ मारा में हो, वस्यानीस वीं भी आपाँ में एक वेवे, जणीऊँ दनियाँ विस्वास करे के, थाँ मने खन्दायो हे।
पण आपाँ हाराई भी एक का केड़े एक जिवाया जावाँ। हाराऊँ पेल्या मसी ने जिवायो ग्यो अन वाँका केड़े वाँका दूजी दाण आबा की टेम पे वाँने ज्यो मसी का मनक हे वाँने जीवाई।
अन परमेसर हारोई मसी का बंस में कर दिदो हे तो खुद पूत भी परमेसर का बंस में वे जाई, अटा तईं के हारोई परमेसर का बंस में कर दिदो ग्यो हे, जिंपे परमेसर राज करे हे।
पण आपणाँ वाते तो एकीस परमेसर हे आपणाँ बापू। वणाईस हारी चिजाँ बणई हे अन वाँका वातेईस आपीं जीवा हाँ। परबू खाली एकीस हे, ईसू मसी। वाँकाऊँईस हारी चिजाँ वीं हे अन आपणो जीवन भी वाँकाऊँईस हे।
थाँ वणाईस बाताँ ने देको ज्यो थाँकी आक्याँ का हामे हे। यद्याँ किंने ओ विस्वास वेवे के, मूँ मसी को हूँतो वींने ओ भी जाणणो छावे के, जस्यान वो मसी को हे वस्यानीस माँ भी मसी का हाँ।