2 में थाँने दूद पायो, अन्न ने खुवायो, काँके थाँ वींने खाबा का वाते त्यार ने हो, पण अबाणू भी ने खा सको हो।
“मने थाँकाऊँ दूजी ओरी नरी बाताँ केणी हे, पण अबाणू थाँ वाँने सेण ने कर सको।
जस्यान नुवो जनम लिदो तको बाळक माँ का खरा दूद की मनसा करे हे वस्यानीस थाँ आत्मिक दूद की मनसा राको, जणीऊँ थाँकी आत्मिक बड़ोतरी वे सके अन बंचाया जा सको।