जदी वणा वटे जान वटा की विस्वास्याँ की मण्डली का मनकाँ ने भेळा किदा, अन जो काम परमेसर वाँका हाते किदो हो वींने बतायो, अन केबा लागा के जो यहूदी ने हे, वाँका वाते भी विस्वास करबा ने परमेसर गेलो खोल नाक्या हे।
जद्याँ इपिसुस नगर में मनक जंगली जनावराँ का जस्यान मारे हाते लड़्या तो मने कई मल्यो? अन यद्याँ मरिया तका पाच्छा जीवता ने वेवे, “तो आवो आपाँ खावा-पीवाँ, काँके काले आपाँने भी मरणोइस हे।”
अन यद्याँ माँ कळेस भोगा हाँ तो थाँकी हिम्मत अन थाँने बंचाबा का वाते भोगा हाँ अन माँ राजी हा काँके थाँ राजी हो अन थाँको राजी रेणोइस थाँने धीरज का हाते वणा कळेस ने भोगबा का वाते हिम्मत देवे हे ज्यो आपाँ भोगा हा।
अन ईंका हातेई हाते माकाँ वाते भी परातना करता रेवो के, परमेसर माँके परच्यार करबा को अस्यो गेला खोल देवे के, माँ मसी का वीं भेद को बखाण कर सका। अन परच्यार करबा के मस मूँ जेल में बन्द हूँ।
ईं वाते थाँ एक दूजाँ का हामे खुद का पाप ने मानलो अन एक दूजाँ का वाते परातना करता रेवो, जणीऊँ थाँ हव वे जावो। धरमी मनक की परातना घणी जोरवार अन असर करबाळी वेवे हे।