पण परमेसर को वरदान आदम का पाप का जस्यान को ने हो। वरदान तो वणीऊँ घणी मान हे। एक मनक आदम का पाप की वजेऊँ घणा मनकाँ की मोत वीं हे, पण एक मनक ईसू मसी की दया की वजेऊँ मल्यो परमेसर की दया को वरदान घणा मनकाँ का वाते भरपूर हे।
काँके जद्याँ एक आदम का पाप की वजेऊँ मोत को राज आयो। तो परमेसर की भरपूर दया अन वाँका धारमिकता का वरदान ने लेबावाळा वणी एक मनक ईसू मसी का मस जीवन पे ओरी हेलो राज करी।