40 काँके कुई देह तो हरग की वेवे हे अन कुई धरती की, पण हरग की देह को तेज अलग वेवे हे अन धरती की देह को अलग वेवे हे
जतरा भी जीव हे वाँकी हाराई की देह एक जस्यान की ने वेवे हे, मनकाँ की एक तरियाँ देह हे, जनावराँ की दूजी तरियाँ की, उड़बावाळा जनावराँ की अन माछळ्याँ की अलग तरियाँ की देह हे।
जस्यान के सुरज, चाँद अन तारा का तेज में फरक वेवे हे अन अटा तईं के, एक ताराऊँ दूजाँ तारा का तेज में भी फरक वेवे हे।