35 कुई मनक तो ओ पूछे हे के “मरिया केड़े पाच्छा कस्यान जीव सके हे? अन वाँने पाच्छी कस्यी देह मली?”
निकेदुमस वाँकाऊँ क्यो, “मनक जद्याँ डोकरो वे जावे हे, तो वो कणी तरियाऊँ जनम ले सके हे? कई वो आपणी माँ का पेट में दूजी दाण जान जनम ले सके हे?”
निकेदुमस वाँने जवाब दिदो के, “ओ कस्यान वे सके हे?”
तद्याँ मनक वणीऊँ पूँछबा लाग्या, “थारी आक्याँ कस्यान खलगी?”
तो वे सके, थाँकामूँ कुई मने के सके के, तो पछे परमेसर माकाँ पे दोस काँ लगावे हे? कूण हे ज्यो परमेसर की मरजी को विरोद कर सके हे?
वो आपणी वीं ताकतऊँ हारई चिजाँ ने आपणाँ वंस में राके हे, वणीस ताकतऊँ आपणाँ कमजोर डील ने बदलन वाँकी मेमा का डील का जस्यान बणा देई।