12 जद्याँ के थाँने एकीस हमच्यार हुणायो हो के, मसी ने मरिया तका मेंऊँ जीवतो किदो ग्यो हो तो थाँका मेंऊँ कुई कस्यान के सके हे के, मरिया केड़े पाछो जीवतो ने व्यो जा सके हे?
पाछो जी उठबा की बात ने हुणन कुई मनक रोळ करबा लागा, अन कुई तो क्यो “आ बात माँ पाच्छी हूणणो छावाँ हाँ”
काँके सदुकी तो केता हा के, ने तो कुई मरबा केड़े पाछो जीवतो वेवे अन ने हरग-दुत हे अन ने कुई आत्मा हे पण फरीसी अणा हंगळा पे विस्वास करता हा।
जद्याँ के परमेसर मरयाँ तका मूँ पाच्छा जीवता करे हे, तो थाँका अटे अणी बात पे विस्वास काँ ने करे हे?
अन यद्याँ में थाँने हव हमच्यार हुणायो हो कन पलई वणा थाँने हुणायो हो माँ एकीस हव हमच्यार हुणाबा हा अन थाँ ईंपे विस्वास किदो हो।
वो थाँने हरेक हव काम वाते अन बचना में पाका करी अन थाँका हरदा में सान्ती देई।
वणा अस्यान केन हाँच को गेलो छोड़ दिदो के, आपणाँ ने पाछो जीवन पेल्याँई मलग्यो हे, नरई विस्वास्याँ का विस्वास को नास कर देवे हे।