9 अस्यान यद्याँ थाँ थाँकी जीबऊँ हुदा ने बोलो तो थाँकी बोली कस्यान हमजी जा सके हे? तो थाँ बेकार की बाताँ करबावाळा ठेरो।
ईं दनियाँ में नरी तरियाँ की बोल्याँ हे, पण कुई भी बोली बना मतलब की कोयने हे।
ईं तरियाँ मूँ वीं मनक के जस्यान दोड़ूँ हूँ जिंका हामे एक मकसद वे। मूँ आक्याँ बन्द करन काम ने करूँ।